संन्यासी और चूहा || कौआ और बंदर || भेड़िया आया, भेड़िया आया || बुद्धिमान केकड़ा Four moral stories in Hindi
संन्यासी और चूहा एक गांव की सीमा पर एक मंदिर बना था, जिसमें एक पुजारी रहता था। वह आस-पास के गांवों में पूजा-पाठ करके अपना निर्वाह करता था। उसकी एक आदत थी कि रात को भोजन के बाद वह शेष बचा खाना एक हंडिया में डाल देता और उस हंडिया को छत से लटकती रस्सी … Read more