Dreams : लोग अपने जीवन में औसतन लगभग 6 साल सपने देखने में निकाल देते हैं। कल्पना कीजिए संवेदनाओं में लीन ऐसी 6 सालों की जो कभी भयानक कभी रोमांचकारी तो कभी-कभी पूरी तरह समझ से बाहर हो सकती है। स्वप्न और निद्रा विज्ञान ने वास्तव में सपनों के बारे में काफी कुछ खोजा है इस पोस्ट के माध्यम से आपको सपनों से जुड़ी बहुत सी रोमांचक जानकारी प्राप्त होगी।
facts about Dreams in Hindi सपनों के बारे में रोचक तथ्य
आपका दिमाग सपने के दौरान जागते समय की तुलना में अधिक सक्रिय होता है नींद के दौरान दिमाग और शरीर को आराम मिलता है आखिरकार हमारे सोने का प्राथमिक कारण दिन के तनाव से उभरना और शरीर की मांसपेशियों की क्षति की मरम्मत और अगले दिन की गतिविधियों के लिए तरोताजा होना है फिर भी यह विरोधाभासी लगता है की जब आप सो रहे होते हैं तो आपका दिमाग जागते समय की तुलना में ज्यादा एक्टिव कैसे हो सकता है किंतु यह सत्य है सोते समय आपका दिमाग गतिविधि की एक भनभनाहट होता है इससे भी अधिक ज्यादा जब आप जाग रहे होते हैं
हम सपने में बहुत सारे लोगों को देखते हैं कुछ जाने पहचाने चेहरे होते हैं तो कुछ ऐसे चेहरे होते हैं जिन्हें हमने पहले कभी नहीं देखा होता है लेकिन असल में हम सपने में जितने भी चेहरे देखते हैं वह हमने पहले कभी ना कभी देखे होते हैं क्योंकि हमारा mind एक नया face अपने आप create नहीं कर सकता है जो भी हम अनजाने चेहरे देखते हैं वह हमारे subconscious mind में स्टोर होते हैं यह प्रक्रिया कुछ इस प्रकार से होती है जब हम एक अनजान भीड़भाड़ वाली जगह पर होते हैं तो वहां पर कुछ ऐसे चेहरे होते हैं जिन पर हमारा ध्यान केंद्रित होता है वह हमारे conscious mind में स्टोर होते हैं लेकिन हमारा subconscious mind अन्य एक्टिविटीज को Observe कर रहा होता है जिन्हें हमारे conscious mind में यादाश्त के तौर पर रिकॉर्ड नहीं किया जाता है

यह सारी याददाश्त हमारे subconscious mind में तैयार होती है और बहुत सी ऐसी एक्टिविटीज होती है जिन पर हम ध्यान भी नहीं देते हैं लेकिन हमारा सबकॉन्शियस माइंड उन सभी एक्टिविटीज को और आसपास के चेहरों और अन्य चीजों को रिकॉर्ड कर रहा होता है और उसकी एक याददाश्त तैयार करता है इसी वजह से हमें सपनों में कुछ अनजान चेहरे नजर आते हैं जो हमने शायद पहले कभी नहीं देखे हो ऐसा हमें प्रतीत होता है लेकिन कभी ना कभी हमारे सबकॉन्शियस माइंड ने किसी जगह पर उन्हें रिकॉर्ड किया होता है इसी कारण यह हमारे सपनों में आते हैं अन्यथा हमारा माइंड अपने आप एक नया फेस क्रिएट नहीं कर सकता है
- सपनों से जुड़ा एक और रोचक तथ्य यह है कि सपनों में हम पढ़ नहीं सकते हैं यहां तक कि यदि हम सपने में एक घड़ी को देखते हैं तो हम उसका समय तक नहीं पढ़ सकते ऐसा इसलिए होता है क्योंकि Reading एक conscious activity है और यह कॉन्शियस माइंड द्वारा की जाती है और स्वप्न एक subconscious activity है और यह हमारे सबकॉन्शियस माइंड द्वारा की जाती है जिस कारण हम Dreams में पढ़ नहीं सकते हैं
- जाने अनजाने हम अपने पूरे दिन का लगभग 30% day dreaming, में निकाल देते हैं लेकिन मजेदार बात यह है कि एक psychological research में यह सामने आया है कि जो लोग ज्यादा डे ड्रीमिंग करते हैं वह अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा creative minded और प्रॉब्लम को ज्यादा अच्छे से फेस करने के काबिल होते हैं इस प्रकार हम कह सकते हैं कि दिन में सपने देखना अच्छी बात है
- एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि पुरुष के सपने Aggression and physical activity से रिलेटेड होते हैं तथा वे चीजों के बारे में अधिक सपने देखते हैं वहीं दूसरी ओर महिलाओं के सपने बातचीत भावात्मक विषयों और exclusion और rejection से संबंधित होते हैं तथा वे शॉपिंग और अन्य भावात्मक विषयों के बारे में अधिक सपने देखती है

prognostication Dreams यानी पूर्वाभास के सपनों के कुछ आश्चर्यजनक उदाहरण है जिनमें लोगों ने सपने में चीजों का पूर्वाभास किया है ऐसे सपने जो उनके साथ घटित होंगे और यह सपने आश्चर्यजनक रूप से सटीक निकले क्या यह भविष्य की झलक थे या वे सिर्फ परिस्थिति की बात है खैर पूर्वाभास के कुछ बेहद ही अजीब मांमले इतिहास में दर्ज है
- उदाहरण के लिए 9/11 हमले के पीड़ितों में से कई ने आने वाले आतंकी हमले के बारे में सपना देखा था
- Mark Twain ने अपने भाई की मृत्यु के बारे में सपना देखा था
- Abraham Lincoln ने सपना देखा था कि उनकी हत्या कर दी जाएगी
- 19 लोगों के verified dreams ने टाइटैनिक के डूबने की भविष्यवाणी की थी
Dreams से जुड़ा एक बेहद रोचक तथ्य यह है कि आप हर रोज सपने देखते हैं लेकिन जागने के पश्चात आप लगभग अपने सपने का 60% भूल जाते हैं और जागने के 5 से 10 मिनट के अंतराल में अपने सपने का लगभग 90% से अधिक आप भूल जाते हैं और जब आप पूरी तरह जाग जाते हैं तो आपको अपने सपने का केवल एक अंश मात्र ही याद रहता है वास्तव में यह पूरे सपने का लगभग एक छोटा सा अंश होता है जो आपके मस्तिष्क में एक यादाश्त बनकर आपको याद रहता है
Psychologist और neuroscientist अभी भी सपने देखने के उद्देश्य पर शोध कर रहे हैं बहुत से लोग सपनों का अर्थ यह मानते हैं कि अभी भी हमारे मस्तिष्क को और ज्यादा विकसित होना बाकी है और उसे अभी काफी कुछ सीखना बाकी है यह तो हम जानते ही हैं कि मानव मस्तिष्क की क्षमता असीमित है यह कुछ भी सीख सकता है और सीखे हुए ज्ञान के द्वारा किसी भी चीज का आविष्कार करने की क्षमता रखता है अतः सपनों से जुड़े इसी प्रकार के आनेको तथ्य है जो हमें सोचने पर विवश कर देते हैं