Cryptocurrency का शाब्दिक अर्थ
यह दो शब्दों से मिलकर बना है क्रिप्टो+ करेंसी
क्रिप्टो जिसका शाब्दिक अर्थ होता है कूट मतलब किसी संदेश को ऐसे बदल देना कि जिस व्यक्ति को वह संदेश भेजा गया है उस व्यक्ति के अलावा किसी और के लिए वह संदेश पढ़ पाना असंभव की हद तक मुश्किल हो जाए टेक्नोलॉजी में विकास के साथ-साथ क्रिप्टोग्राफी के क्षेत्र में भी बहुत से सुधार हुए हैं और encryption को और अधिक सशक्त बनाया गया है।
करेंसी का शाब्दिक अर्थ मुद्रा होता है मुद्रा जिसका प्रयोग लेनदेन के लिए किया जाता है किसी कार्य के बदले व्यक्ति को मुद्रा प्रदान की जाती है अथवा किसी सामान के बदले उतने ही वैल्यू की मुद्रा प्रदान की जाती है वर्तमान समय में मुद्रा लेनदेन का एक माध्यम है जिसमें कागज के नोट और धातु के सिक्के शामिल है। उदाहरण के लिए यदि एक ₹100 का नोट ले तो उस पर एक गवर्नर की शपथ लिखी होती है जिसमें यह कहा गया होता है कि मैं धारक को ₹100 अदा करने का वचन देता हूं इसी शपथ के कारण उस कागज के टुकड़े की वैल्यू ₹100 होती है अन्यथा यदि किसी नोट पर यह शपथ ना हो तो वह मात्र एक कागज का टुकड़ा ही है जिसकी कोई वैल्यू नहीं है।
क्रिप्टो करेंसी क्या है? what is Cryptocurrency
यह सवाल तो प्रत्येक व्यक्ति के मन में आज के समय में घूम ही रहा है कि क्रिप्टो करेंसी क्या है क्योंकि आज के समय में क्रिप्टोकरंसी बहुत अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है। तथा बहुत से लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करके बहुत से पैसे भी कमाए हैं और बहुत से लोगों ने cryptocurrency के कारण अपने पैसों को खो दिया लेकिन डिजिटल करेंसी के जानकारों के अनुसार क्रिप्टो करेंसी भविष्य में लेनदेन का एक सशक्त माध्यम स्थापित होने वाली है।
यदि हम शाब्दिक अर्थ की बात करें तो क्रिप्टो करेंसी एक तरह की डिजिटल संपत्ति है जिसे लेनदेन के माध्यम के रूप में प्रयोग करने के लिए डिजाइन किया गया है। जिसमें क्रिप्टो करेंसी की coins के रिकॉर्ड को एक इंटीग्रेटेड डेटाबेस में रिकॉर्ड किया जाता है Bitcoin दुनिया की पहली ऐसी crypto currency है जिसे सबसे पहले लॉन्च किया गया और इससे सन 2009 में open source software के रूप में जारी किया गया था यह decentralized क्रिप्टो करेंसी है। Bitcoin के जारी होने के बाद ही अन्य क्रिप्टो करेंसी को बनाया गया Bitcoin सबसे पहली जारी की जाने वाली क्रिप्टो करेंसी है। 1983 में एक अमेरिकी cryptographer David Chaum ने एक अज्ञात क्रिप्टोग्राफिक इलेक्ट्रॉनिक पैसे की कल्पना की थी जिसे Ex. Later कहा जाता है और 1995 में डिजिकैश के माध्यम से उन्होंने इसे लागू किया
अक्टूबर 2021 की 10 शीर्ष क्रिप्टोकरंसी Top ten Cryptocurrencies of 2021
1. Bitcoin (BTC)
Market cap: Over $821 billion
2. Ethereum (ETH)
Market cap: Over $353 billion
3. Tether (USDT)
Market cap: Over $68 billion
4. Cardano (ADA)
Market cap: Over $67 billion
5. Binance Coin (BNB)
Market cap: Over $64 billion
6. XRP (XRP)
Market cap: Over $44 billion
7. Solana (SOL)
Market cap: Over $41 billion
8. USD Coin (USDC)
Market cap: Over $31 billion
9. Polkadot (DOT)
Market cap: Over $28 billion
10. Dogecoin (DOGE)
Market cap: Over $26 billion
क्या आपको Cryptocurrency पर टैक्स देना होता है?
यदि आप सिक्के खरीदते और बेचते हैं, तो cryptocurrency कर नियमों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। cryptocurrency को नकदी के बजाय स्टॉक की तरह एक पूंजीगत संपत्ति के रूप में माना जाता है। इसका मतलब है कि यदि आप लाभ पर cryptocurrency बेचते हैं, तो आपको पूंजीगत लाभ कर का भुगतान करना होगा। यह मामला तब भी है जब आप खरीदारी के लिए भुगतान करने के लिए अपने क्रिप्टो का उपयोग करते हैं। यदि आप इसके लिए भुगतान किए गए मूल्य से अधिक प्राप्त करते हैं, तो आपको अंतर पर कर देना होगा।
भारत में क्रिप्टो करेंसी के ज्यादा पॉपुलर ना होने का कारण।
RBI ने भारत में क्रिप्टोकरंसी के उपयोग पर बैन लगा दिया था। जिसे मार्च 2020 में हटा दिया गया इसी कारण इससे पहले भारत में क्रिप्टोकरंसी की ओर लोगों ने कोई रुझान नहीं दिखाया लेकिन मार्च 2020 के बाद अब क्रिप्टो करेंसी का उपयोग करना लीगल हो गया है जिसके बाद cryptocurrency धीरे-धीरे अब भारत में भी पॉपुलर हो रही है।
और दूसरा मुख्य कारण यह है कि भारतीयों का यह concept है कि हमें अधिकतर इन्वेस्टमेंट FD, mutual funds और Gold इत्यादि में ही करना चाहिए । लेकिन क्रिप्टो करेंसी जिस तरह से पॉपुलर हो रही है और यह लेनदेन के रूप में स्थापित हो रही है अब बहुत सी कंपनियां कंपनियां cryptocurrency में पेमेंट एक्सेप्ट करने लगी है। क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करना एक समझदारी का सौदा हो सकता है तथा यह भविष्य में और ज्यादा पॉपुलर होगी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।
क्रिप्टो करेंसी की वैधता । Cryptocurrency legality
क्रिप्टो करेंसी की वैधता के बारे में अलग-अलग देशों के अलग-अलग कानून है। तथा इस पर अभी कोई भी देश एक सुनिश्चित कानून तैयार नहीं कर पाया है इसके बारे में और इसकी वैधता के बारे में बहुत से देशों में अभी चर्चा चल रही है तथा इसके लीगलाइजेशन के लिए योजनाएं तैयार की जा रही है।
बहुत से देश ऐसे भी है जहां पर cryptocurrency को पूरी तरह से बैन किया गया है। तथा भारत में भी 2018 में सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था तथा 2019 में इस पर बैन लगाने के लिए एक ड्राफ्ट तैयार किया गया था। लेकिन मार्च 2020 में सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर लगे बैन को हटा दिया लेकिन यह करेंसी बहुत से देशों में पूरी तरह से इल्लीगल है तथा कुछ देशों में इस पर कोई विशेष कानून नहीं है ना तो यह वहां पर लीगल है और ना ही इसे ईलीगल घोषित किया गया है इस कारण इसकी वैधता पर कई सवाल उठाए जाते हैं ।
लेकिन धीरे-धीरे अब cryptocurrency और खास तौर से बिटकॉइन बहुत ही ज्यादा पॉपुलर हो रही है। तथा बहुत सी कंपनियों के द्वारा अब बिटकॉइन के द्वारा पेमेंट को एक्सेप्ट किया जा रहा है तथा कुछ देशों द्वारा इसे मान्यता भी प्रदान की गई है अतः धीरे-धीरे क्रिप्टो करेंसी का भविष्य उज्जवल होता जा रहा है और Bitcoin इत्यादि जैसी क्रिप्टो करेंसी धीरे-धीरे पॉपुलर हो रही है। और जिस प्रकार से लेनदेन की संभावनाएं बढ़ रही है तथा लेनदेन हो रहा है धीरे-धीरे इसके विनिमय के लिए एक कानून भी बहुत ही जल्द तैयार किया जाएगा लेकिन क्रिप्टो करेंसी decentralized होने के कारण इस पर किसी व्यक्ति विशेष का कोई कंट्रोल नहीं है। और ना ही किसी सरकार का कोई कंट्रोल है जिस कारण सरकार को इसे लीगल करने के विषय में बहुत अधिक चिंतन करना पड़ रहा है।
संपूर्ण रूप से कैशलेस डिजिटल करेंसी वाले भविष्य को देखना अभी एक सपने के सामान लगता है लेकिन निकट भविष्य में यह सपना हकीकत भी बन सकता है। जब पूरी अर्थव्यवस्था डिजिटल करेंसी की ओर अग्रसर हो जाएगी और संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। निकट भविष्य में जिस प्रकार टेक्नोलॉजी का विकास तेजी से हो रहा है इस बात की पूर्ण संभावना है।